कर-मुक्त आय के विचार भारतीय टैक्स कानूनों में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, जो आपके वित्तीय प्रबंधन को प्रभावी तरीके से सशक्त बना सकते हैं। इस लेख में, हम चर्चा करेंगे कुछ प्रमुख कर-मुक्त आय विचारों पर, जो आपके टैक्स दायित्वों को कम कर सकते हैं। इनमें कृषि आय, जीवन बीमा से प्राप्त राशि, सुकन्या समृद्धि खाता, स्वतंत्र व्यापार के नए उद्योगों से लाभ, और भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को मुआवजा शामिल हैं। ये सभी विचार न केवल आपको टैक्स बचाने में मदद करेंगे, बल्कि आपकी वित्तीय योजना को भी मजबूत करेंगे।
Tax-free income ideas
भारत में कई ऐसे कर-मुक्त आय के विकल्प हैं जो आपकी टैक्स जिम्मेदारियों को कम कर सकते हैं। यहां पर हम कुछ प्रमुख टैक्स-फ्री आय के विचारों को देखेंगे जो आपको अधिकतम लाभ दिला सकते हैं।
कृषि आय (Agricultural Income)
कृषि आय भारतीय टैक्स कानून के तहत पूर्णत: कर-मुक्त होती है। यह आय खेतों में फसल उत्पादन, कृषि पर आधारित अन्य गतिविधियों जैसे कि डेयरी फार्मिंग, बागवानी, और पशुपालन से प्राप्त होती है। इस प्रकार की आय को कुल आय में शामिल नहीं किया जाता, जिससे किसानों को टैक्स से राहत मिलती है।
जीवन बीमा से प्राप्त राशि (Income from Life Insurance)
यदि आपने जीवन बीमा पॉलिसी के तहत प्रीमियम का भुगतान किया है और पॉलिसी के समाप्त होने पर आपको राशि प्राप्त होती है, तो इस पर टैक्स नहीं लगता। यह लाभ न केवल मृत्यु लाभ के रूप में होता है, बल्कि पॉलिसी की मैच्योरिटी पर भी मिलता है। जीवन बीमा कंपनियों के अंतर्गत प्राप्त राशि पूरी तरह से कर-मुक्त होती है।
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सुकन्या समृद्धि खाता (Sukanya Samriddhi Account)
सुकन्या समृद्धि खाता, जो विशेष रूप से बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए संचालित होता है, पर प्राप्त ब्याज और मैच्योरिटी राशि पूरी तरह कर-मुक्त होती है। यह योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करती है और साथ ही टैक्स लाभ भी प्रदान करती है।
स्वतंत्र व्यापार के नए उद्योगों से लाभ (Profit from Newly Established Industries in Free Trade Zones)
भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहित फ्री ट्रेड जोन में स्थापित नए उद्योगों को उनके प्रारंभिक वर्षों में टैक्स में छूट मिलती है। इस छूट का उद्देश्य निवेश को बढ़ावा देना और रोजगार सृजन करना है। यह लाभ उन उद्योगों को प्राप्त होता है जो सरकारी दिशानिर्देशों के अंतर्गत काम करते हैं।
भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को मुआवजा (Compensation for Bhopal Gas Tragedy Victims)
भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को प्राप्त मुआवजा राशि को टैक्स से छूट दी जाती है। यह मुआवजा राशि पीड़ितों के उपचार, पुनर्वास, और अन्य मदद के लिए दी जाती है और इसे कर-मुक्त माना जाता है।
छात्रवृत्ति (Scholarships)
विद्यार्थियों को प्राप्त छात्रवृत्तियां उनके शिक्षा से संबंधित खर्चों को पूरा करने के लिए होती हैं। यह राशि पूरी तरह से कर-मुक्त होती है और इस पर कोई टैक्स नहीं लगता। यह व्यवस्था उन छात्रों की मदद करती है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है।
सांसदों और विधायकों के भत्ते (Allowances for MPs and MLAs)
सांसदों और विधायकों को उनकी कार्यक्षमता के अनुसार भत्ते दिए जाते हैं, जो टैक्स से मुक्त होते हैं। ये भत्ते उनके निर्वाचित कार्यों की विशेषताओं को ध्यान में रखकर निर्धारित किए जाते हैं।
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अवॉर्ड्स और पुरस्कार (Awards and Prizes)
केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दिए गए पुरस्कार और पुरस्कार राशि को टैक्स से छूट प्राप्त होती है। यह पुरस्कार व्यक्तिगत उत्कृष्टता, सेवा, और समाज के प्रति योगदान को मान्यता देने के रूप में प्रदान किए जाते हैं।
अनुसूचित जनजातियों की आय (Income of Scheduled Tribes)
अनुसूचित जनजातियों को उनकी आय पर टैक्स छूट प्राप्त होती है। यह छूट उनके समाज के विकास और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रदान की जाती है। इस प्रकार की आय को कर-मुक्त मानते हुए समाज में संतुलन बनाए रखा जाता है।